दिलीप कुमार और सुरिंदर कपूर (अभिनेता अनिल कपूर के पिता)
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई नाम हैं, जिनके लोग दिवाने हैं। अनगिनत कलाकारों के बीच ऐसे कई चमकदार चेहरे हैं, जिन्हें उनके फैंस बेहद पसंद करते हैं। इनमें से कुछ एक्टर्स हैं, कुछ डायरेक्टर्स हैं, तो वहीं, कुछ प्रोड्यूसर्स। ये सभी आम तौर पर कलाकार या स्टार के रूप में जाने जाते हैं। ऐसे ही एक जिंदादिल पर्सनैलिटी थे, फिल्म डायरेक्टर सुरिंदर कपूर । शायद ये नाम हर कोई जानता न हो, लेकिन सुरिंदर कपूर ने भारतीय सिनेमा को जो फिल्में दी हैं, उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। आज हम आपको बॉलीवुड इंडस्ट्री के चर्चित डायरेक्टर सुरिंदर कपूर के बारे में कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में आप शायद ही जानते होंगे।
"सुरिंदर कपूर अपनी पत्नी निर्मल कपूर और बच्चों अनिल व बोनी कपूर के साथ पैसे कमाने के लिए साल 1950 में मुंबई आए थे। तब वो महज 27 साल के थे। मुंबई उनके लिए बिल्कुल नया था और उस वक्त उन्हें नौकरी के लिए दर-दर भटकना पड़ा था। मुंबई जैसे बड़े शहर में रहने के लिए सुरिंदर के पास कोई ठिकाना नहीं था। ऐसे में, उन्हें अपने शुरुआती दौर में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
अभिनेता अनिल कपूर के पिता सुरिंदर कपूर और फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने एक्टर पृथ्वीराज कपूर, दोनों दूर के भाई थे। मुंबई आने के बाद सुरिंदर कपूर ने पृथ्वीराज कपूर के बेटे व एक्टर राज कपूर से मदद मांगी थी। इसके बाद राज कपूर ने उन्हें अपने गैराज में रहने की जगह दे दी थी। रिपोर्ट्स की मानें, तो सुरिंदर कपूर कुछ दिन वहां रहने के बाद मुंबई के ही एक चॉल में शिफ्ट हो गए थे। उन्होंने वहां एक कमरा किराए पर लिया था और अपने परिवार के साथ रहने लगे थे।"
"सुरिंदर कपूर के मुंबई आते ही पृथ्वीराज कपूर ने उन्हें फिल्म 'मुगल-ए-आजम' के सेट पर सहायक निर्देशक की नौकरी दिलवाई थी। कुछ दिनों तक नौकरी करने के बाद उनका वहां मन नहीं लगा, क्योंकि वो अपना ज्यादातर समय ताश खेलने में बिताते थे। काफी लंबे समय तक फिल्म को करने के बाद उन्होंने उसे बीच में ही छोड़ दिया था। हालांकि, इस बीच सुरिंदर की दोस्ती अभिनेता शम्मी कपूर और अभिनेत्री गीता बाली से हो गई थी। इसलिए, उन दोनों ने सुरिंदर का करियर बनाने में काफी मदद की थी।"
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